सुस्केरालाई सुसेली / सुमन पोखरेल
सुस्केरालाई सुसेली छातीको पीर हाँस्दैछु यहाँ सहज के छ र जीवनको भीर बाँच्दैछु आँखा चर्किए झैँ लाग्दछ ठोक्किई मुटुको चोटमा छाती भत्किए झैँ...
म रोऊँ त कहाँ रोऊँ / सुमन पोखरेल
म रोऊँ त कहाँ रोऊँ, कसैले मलाई बुझ्दैन गाऊँ म कसका लागि, कसैले मलाई सुन्दैन जहाँ जाऊँ जता जाऊँ आफ्नै पीरले किच्दछ सँधैभरि एकनासले मलाई...
कहाँ छैन र ईश्वर यो संसारमा / सुमन पोखरेल
कहाँ छैन र ईश्वर यो संसारमा मेरो हर यात्रा उसकै प्रदक्षिणा सुन्दछु म शब्द जति नै वाणी हो सब ईश्वर कै म जहाँ हेर्छु उसको दर्शन...
वही हाल दुबारा होता / सुमन पोखरेल
बज्म-ए-जीस्त का कोई और ही नजारा होता मिल गया दिल को अगर तेरा सहारा होता समझते तुम भी जजवात को मेरी तरह तो कहते हो जिसे अपना, दिल वो हमारा...
माथे का पसिना होगा / सुमन पोखरेल
प्याला-ए-लब-ए-यार मानिन्द गम को भी पिना होगा गुजरे चाहे जिस तरह से जिस्त है तो जिना होगा उन को खुस देख के एहसास हुवा है हम को के...
सारे दिरहम हुए / सुमन पोखरेल
दिल उस ने तोडा हम बेरहम हुए जिक्र उसका चला रूसवा हम हुए कितने दाग सहना होगा एक इन्सान को ? एक दिल हजार दर्द क्या ये भी कम हुए ? मुहब्बत...
शायर न बनाया होता / सुमन पोखरेल
हमारी इश्क को दिल्लगी का घर न बनाया होता ए संगदिल तुम ने मुहब्बत को जहर न बनाया होता खंजर-ए-शब-ए-स्याह जाने किस किस को मार लेता आशुँओ से...
मेरे कमरे मे / सुमन पोखरेल
आज ये दिल खुस नही है मेरे कमरे मे तू नही तो जैसे कुछ नहीं है मेरे कमरे मे एक सख्त जिन्दगी और हजारों हसरते वैसे तो क्या कुछ नहीं है मेरे...