कहाँ जा रहे हो, कहाँ जा रहे हो ? / सुमन पोखरेलमहफिलों में जो मेरे ही गजल गा रहे हो यकीन हुवा के खतुत मेरे पा रहे हो मैं हूँ तंग किस्मत, या तेरी बदनसिबी है मुझे आज ही है जाना, तुम कल आ...