एतय के जिबैत अछि अनन्तकाल
नहिये बोझि आनय के भार
नहि त बोझ पठबय के दुःख
जेकरा एबाक चाही, अबैत अछि
जीवन
उमेर
समय।
जेकरा जेबाक चाही, जाइत अछि
समय
उमेर
जीवन।
अनन्त युगक वास्ते
जिबय के अछि
अस्तित्वक एहि ठाम ठाढ भेनाय।
Related Posts
See Allमैले लेख्न शुरू गरेको, र तपाईँले पढ्न थाल्नुभएको अक्षरहरूको यो थुप्रो एउटा कविता हो । मैले भोलि अभिव्यक्त गर्ने, र तपाईँले मन लगाएर वा...